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Kavita Ranawat
RJS, Rank 15

मैं एल. एल. बी. करते ही आर. जे. एस. की तैयारी करने लग गई थी लेकिन मुझे सफलता नहीं मिल पाई थी। इसी बीच मेरा चयन राजस्थान पुलिस में हो गया था। एम.के सिंह सर से मेरा परिचय एल. एल.बी. के समय से ही था पर जब मेरी पोस्टिंग जयपुर में हुई तो पुनः सर के सम्पर्क में आयी और राजस्थली ज्वाइन कर लिया था। मैंने अपना समय ऐसे कार्यों पर खर्च नहीं किया जिसे मेरे लिये कोई और कर सकता था जैसे खाना बनाना, कपड़े धोना आदि । उस समय को पढ़ाई पर ही खर्च किया चूंकि मेरे पास पहले ही समय का अभाव था। एम.के. सिंह सर का व्यक्तिगत एवं राजस्थाली संस्थान का सामुहिक शैक्षणिक सहयोग सराहनीय था । आर. जे. एस. में मेरी 15वीं रेंक आने पर मुझे बहुत खुशी हुई। राजस्थली हम सब छात्रों का परिवार जैसा है। मैं इस परिवार के चहुँमुखी विकास की कामना करती हूँ ।

Sneha Jakhar
RJS, Rank 16

जब मैने राजस्थली ज्वाइन किया तब मेरा प्रथम चयन ए. पी. पी. के तौर पर हुआ था, मैने ए.पी.पी. परीक्षा के महिला वर्ग में प्रथम स्थान अर्जित किया था। कुछ दिनों बाद आर. जे. एस. परीक्षा में भी मेरा 16वें स्थान पर चयन हो गया । मैने करीब 2 वर्ष से अधिक समय तक नियमित तैयारी की थी। मैने अपने नोट्स बनाकर पढ़ाई की थी। राजस्थली के आर. जे. एस. नोट्स का मुझे बहुत लाभ मिला, एम.के. सिंह सर से लों की कठिन अवधारणाओं बहुत अच्छी तरह समझा था, जो आर. जे. एस. की प्रतियोगी परीक्षा में उच्च रैंक लाने में मील का पत्थर साबित हुई थी ।

Atul Sahu
RPS

"कठोर परिश्रम, परिवार का सहयोग और दृढ़ निश्चय ने दिलाई सफलता"

मैं सबसे पहले राजस्थली लॉ इंस्टिट्यूट और एम. के. सिंह सर को अपनी उपलब्धि का श्रेय देना चाहता हूँ । आर.ए.एस परीक्षा के लिये मैने लॉ एवं लोकप्रशासन विषय चुना हालांकि मेरा कोई लॉ बैकग्राउण्ड नहीं रहा फिर भी एम. के. सिंह सर द्वारा इतना आसान तरीके से लॉ पढ़ाया गया की मैने अपने प्रथम प्रयास में राजस्थान पुलिस सेवा में उच्च रैंक हासिल की। मैं अपने बैच का सबसे कम उम्र का पुलिस अधिकारी हूँ ।

रेशमा,
आर. जे. एस.

धैर्य से मिलेगी सफलता असफल होने से मत घबराइए मैं कई बार साक्षात्कार तक पहुँची थी लेकिन कभी एक अंक से तो कभी दो अंक से असफल होती रही थी । परन्तु मैंने यह ठान लिया था कि एक न एक दिन न्यायिक मजिस्ट्रेट या ए. डी. जे. बन कर रहुँगी। मैने बेयर एक्ट का गहराई से अध्ययन किया एवं राजस्थली के नोट्स और मेरे द्वारा बनाये गये संक्षिप्ति नोट्स मेरी सफलता में सहायक सिद्ध हुए । राजस्थली की साक्षात्कार की क्लासेज का भी मेरी सफलता में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। बार-बार असफलत होने के पश्चात भी धैर्य के साथ पुनः तैयारी प्रारम्भ की थी । आज मैं अंतिम रूप से चयनित होकर अत्यन्त प्रसन्न हूँ । -

श्वेता,
- आर. जे. एस.

उच्च कोटि के मार्गदर्शन से मिली सफलता करीब 2 वर्ष की कठोर मेहनत और संकल्प, समर्पण ने सफलता दिलाई क्लास कभी मिस नहीं की, लम्बे समय तक पढ़ाई के दौरान घर नहीं गई। एम. के. सिंह सर प्रतिदिन टेस्ट लेते थे मेरी इच्छा होती थी कि मेरा स्कोर ज्यादा हो । टेस्ट में अंक भी सबसे ज्यादा लाती थी। बेयर एक्ट्स और नोट्स का गहन अध्ययन किया। सर ने जो भी होमवर्क दिया हमेशा से प्राथमिकता से किया। साक्षात्कार के समय तैयारी करते वक्त कुछ डर था, लेकिन सही मार्गदर्शन से विचलित नहीं हुई। मेरी विधि याद करने की क्षमता का बहुत लाभ मिला।

नीतू,
- आर. जे. एस.

नियमितता, कठोर तथा स्मार्ट परिश्रम से मिली सफलता

मेरे पिता पूर्व जिला एवं सत्र न्यायाधीश थे। मैं पहले से ही पापा की तरह जज बनना चाहती थी। एम. के. सिंह सर के निर्देशन में राजस्थली ज्वॉइन की सर की क्लास कभी भी नहीं छोड़ी। पारिवारिक लाइफ के साथ अध्ययन में थोड़ी दिक्कत आती थी। पर परिवार का मजबूत सपोर्ट था सर सब से बहुत प्रश्न पूछते हैं। उसका बहुत लाभ मिला चूंकि चीजें अच्छे से याद हुई टेस्ट पेपर और ग्रुप डिसक्शन को कभी भी मिस नहीं किया प्रारंभिक परीक्षा देने के तत्काल बाद पुनः मुख्य परीक्षा की क्लासेज शुरू कर दी थी ।

नीतू,
- आर. जे. एस.

एक ही लक्ष्य तय करना चाहिये

मैं आर. ए. एस. की तैयारी कर रही थी उसी वक्त आर. जे. एस. का भी फार्म भर दिया । मेरा आर.ए.एस. एवं आर. जे. एस. दोनों की मुख्य परीक्षा में चयन हुआ था । और अन्तिम रूप से दोनों ही परीक्षा में मेरा चयन हो गया था। लेकिन मैने आर. जे. एस. सेवा को ज्वॉइन किया । मेरो मानना है कि संविधान, भारतीय दण्ड संहिता, दण्ड प्रक्रिया संहिता एवं सिविल प्रक्रिया संहिता का अध्ययन बहुत ही अच्छे से करना चाहिए। राजस्थली कॉंचिंग का मुझे बहुत लाभ मिला। मैं बहुत-बहुत आभारी हूँ । - मनोरमा, आर. जे. एस.

ममता,
- आर. जे. एस.

सफल होने के लिये समय तो चाहिये

आर. जे. एस. की तैयारी से पूर्व मैं पाली में जिला प्रमुख थी। जिला प्रमुख के बाद मैने राजस्थली विधि संस्थान ज्वॉइन किया। लॉ को परीक्षा की माँग के अनुसार तैयार किया । सर कठोरता से प्रतिदिन प्रश्न पूछते थे। मेरी 2 से 3 साल की कठोर तैयारी के बाद जब परीक्षा हुई तो मैने आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दी। मेरा आर. जे. एस. में अच्छी रैंक पर चयन हुआ। घर से दूर रहकर की गई लम्बी तैयारी का बहुत लाभ मिला। आर. जे. एस.

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