OUR SELECTION'S IN DISTRICT JUDGE CADRE

Mangesh Chundawat
RANK 1st In ADJ 2015

RHJS, District & Session Judge

ईश्वर की कृपा, गुरु के मार्गदर्शन तथा परिवार सहयोग और माता पिता के आशीर्वाद से प्रथम रैंक आई है

यह मेरा प्रथम प्रयास ही था। प्रथम प्रयास में ही प्रथम आना ईश्वर की अनुकम्पा थी। मैने मेहनत में कोई कमी नहीं रखी हर संभव प्रयास सलेक्शन के लिये किया था। हर स्थान से उच्च कोटि का मार्गदर्शन लेने के लिये किसी भी चीज को बाधा नहीं बनने दिया । एम. के सिंह सर के साथ लॉ के टॉपिक्स पर मिला मार्गदर्शन बहुत ही लाभदायी रहा। जिन टॉपिक्स से सामान्यतः प्रश्न पूछे जाते हैं, उन पर फोकस किया। मेरा मीडियम हिन्दी था। बहुत कुछ आपकी अच्छी स्मृति पर भी आश्रित है। मेरी नम्रता और आत्म विश्वास ने इस परिणाम को प्रथम स्थान पर ला दिया, इस कारण साक्षात्कार में इन्टरव्यू बोर्ड प्रभावित हुआ और साक्षात्कार में भी अच्छे अंक हासिल हुए। मैंने सिविल एवं क्रिमिनल विषयों पर समान फोकस रखा, अंग्रेजी और हिन्दी लेखन का प्रतिदिन अभ्यास किया, भाषा के पेपर में अधिक सजग रहने की जरूरत है।

अंजलि
रैंक 1 उत्तराखण्ड उच्च न्यायिक सेवा 2022

मैं वर्तमान में उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय में अधिवक्ता के तौर पर प्रेक्टिस कर रही हूं । मैने गुरूजनों, माता-पिता एवं मेरी बेटी के सौभाग्य से उत्तराखण्ड उच्च न्यायिक सेवा की मात्र 1 ही पद पर मेरा चयन हुआ है। इससे पूर्व भी मैं उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा में साक्षात्कार दे चुकी थी, और कई वर्षों से निरन्तर न्यायिक सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही थी, इस वर्ष मैने राजस्थान उच्च न्यायिक सेवा एवं उत्तराखण्ड उच्च न्यायिक सेवा दोनों की ही तैयारी की थी, राजस्थान में मुझे सफलता नहीं मिली लेकिन एकमात्र पद होते हुए मुझे उत्तराखण्ड उच्च न्यायिक सेवा में सफलता मिल गई है। इस बार राजस्थली से मैने मार्गदर्शन प्राप्त किया तथा एम. के. सिंह सर से व्यक्तिगत समय-समय पर मार्गदर्शन प्राप्त करती रही हूं। राजस्थली की मुख्य परीक्षा की टेस्ट सीरीज का मेरी सफलता में अतुलनीय सहयोग रहा, मेरा इस परीक्षा के लिए तैयारी करने वाले भाई बहनो को यह संदेश है कि नियमित मुख्य परीक्षा के लेखन का अभ्यास करें, शार्टकट अध्ययन के बजाय सारगर्भित एवं गहन अध्ययन करना चाहिए। इन उच्चतम स्तर की परीक्षाओं में शार्टकट पढ़ना आपकी तैयारी को पूरा नही होने देता है जिससे बार-बार असफलता मिलती है। गुणवत्ता युक्त कोचिंग को ही चुनना चाहिए ताकि आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके।

विवेक त्रिपाठी,
रैंक 2 आर. एच. जे. एस. 2022

मैं वर्तमान में अभियोजन अधिकारी (सीबीआई) के पद पर कार्यरत हूं। इससे पूर्व राजस्थान में सहायक अभियोजन अधिकारी रहा, और लम्बे समय से न्यायिक सेवा परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था, आदरणीय एम. के. सिंह सर से राजस्थली लॉ इंस्टिट्यूट न्यायिक सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए मार्गदर्शन प्राप्त किया, गुरूजनों के मार्गदर्शन के कारण एवं निरन्तर परीक्षा के अनुरूप तैयारी से मैं राजस्थान में उच्च न्यायिक सेवा परीक्षा में द्वितीय स्थान पर चयनित हुआ। इस बार राजस्थान उच्च न्यायालय ने 85 पदों में से मात्र 4 विद्यार्थियों को ही अन्तिम रूप से चयनित किया। यह मेरा सौभाग्य है कि निरन्तर कठोर परिश्रम करते रहने से मेरा सपना साकार हो गया है। मेरा उन विद्यार्थियों को जो न्यायिक सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे है यह सन्देश है कि परीक्षा की तैयारी शार्टकट में न करें बल्कि मुख्य विषयों को बहुत ही गहराई से अध्ययन करें और श्रेष्ठतम मार्गदर्शक गुरु से मार्गदर्शन प्राप्त करते रहे । धन्यवाद विवेक त्रिपाठी, रैंक 2 आर. एच. जे. एस. 2022

Raghvendra Kachwal
District & Session Judge 3rd Rank (RHJS)

मैं जयपुर में क्रिमिनल मामलों की प्रेक्टिस करता था. एन. डी. पी.एस. के मामलें मेरे पास बहुत ज्यादा थे फिर 2010 से मैने ए. डी.जे. बनने का मन बनाया और राजस्थली लॉ इंस्टिट्यूट ज्वाइन किया तथा एम. के. सिंह सर से परीक्षा पास करने के संबंध में नियमित व्यक्तिगत निर्देशन प्राप्त करता था, सर ने नोट्स के नोट्स बनाने को कहा जिनका संकलन मैं डायरियों में करता रहा, ये डायरियां मेरे सफलता में जादू की भांति साबित हुई । 2010 में 37 एडवोकेटों का चयन हुआ जिसमें मेरा भी चयन हुआ लेकिन माननीय उच्च न्यायालय ने उक्त परीक्षा रद्द कर दी । एम. के. सिंह साहब के निर्देशन व दृढ इच्छा शक्ति से मैने पुनः तैयारी की और वर्ष 2012 में पुनः ए. डी. जे. की परीक्षा हुई जिसमें मेरा चयन उच्च रैंक पर हुआ। मेरा यह सुझाव उन विद्यार्थियों के लिए जो हर हाल में न्यायिक सेवा क्षेत्र में आना चाहते है, वे गुरू के मार्गदर्शन में राजस्थली के नोट्स और बेयर एक्ट की छोटी डायरी बनाएं तथा परीक्षा के अनुसार महत्वपूर्ण हिस्सों का गहनता से अध्ययन करें तथा अंग्रेजी में ज्यादा से ज्यादा अभ्यास करें। मैं हिन्दी माध्यम का विद्यार्थी था लेकिन मेरे अंग्रेजी विषय में सर्वाधिक 35 अंक प्राप्त किए ।

Shri Anant Bhandari
District & Session Judge

I had been practicing in Rajasthan High Court. I joined Rajasthali law Institute for District Judge cadre exam 2012. I completed my preparation in direction of honorable M.K. Singh Sir. I focused only on bare acts. It is my suggestion for aspirants who are preparing for judicial service examination that, they should appear in this exam whole heartedly And don't think about other options. You should focus on provision generally required in court practice. Don't learn law without understanding & interpretation. You should solve previous papers within time and should check your copy by experts in it. You can over come your draw backs before appearing in actual exam. A group should be made for discussion of same strength of study.

Shri P.K. Malik
RHJS, District & Session Judge

चिन्हित एवं महत्वपूर्ण विधिक पाठ्यक्रम के स्वयं के नोट्स तैयार करें एवं उन्हें आत्मसात् करें!

न्यायिक सेवा परीक्षा अन्य परीक्षाओं से भिन्न है, दिन प्रतिदिन की घटनाओं को देखने से प्रतीत होता है कि अन्य सेवाओं के अपेक्षा इन सेवाओं में विद्यार्थीयों एवं अभिभावकों का कम रूझान है, अधिकतर अभिभावक अपने बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर बनाने की प्रबल इच्छा रखते हैं। ऐसा ही रूझान विद्यार्थियों में भी होता है, जबकी न्यायिक सेवा ऐसी परीक्षा है, की विद्यार्थियों की प्रबल इच्छा हो तो अपेक्षाकृत कम परिश्रम में इस परीक्षा में सफल हुआ जा सकता है। यह सेवा अन्य सेवाओं से बहुत बेहतर है। इस सेवा को दैवीय कृत्य की संज्ञा दी गई है। इस सेवा में आने से पूर्व व्यक्ति को सेवा की कार्यशैली, महत्ता, गुणवत्ता आदि के बारे में जानना आवश्यक है । एक न्यायाधीश को शुरू से ही कठिन परिश्रमी, संयमी, कर्तव्यनिष्ठ एवं सरल स्वभाव वाला होना चाहिये । मेरा तीन वर्ष तक राजकीय महाविद्यालय में विधि लेक्चरर के रूप में अध्यापन का भी अनुभव रहा है। एक शिक्षक एवं अनुभव के अनुसार आरजेएस बनने के लिये प्रतियोगी को निम्न कार्य अवश्य करने चाहिये ।
• आरजेएस की परीक्षा के लिये सीपीसी, सीआरपीसी, आईपीसी, एविडेन्स आधारशिला है। इन्हे प्राथमिकता के आधार पर तैयार करना चाहिये । आपको सफलता की शुभकामनाओं के साथ यह कहना चाहूंगा कि दृढ़ इच्छाशक्ति से लक्ष्य के प्रति जुट जाओ, सफलता तो मिल ही जायेगी।

Vikram Choudhary
RHJS, District & Session Judge

“लगन, मेहनत और इस पद को पाने की चाह तथा राजस्थली के मार्गदर्शन से मिली सफलता "

सर का हमेशा से कहना है कि मात्र मेहनत नहीं ये गुणो का चयन है। सर की क्लास हमेशा तन्मयता से पढ़ी और मेहनत से प्रयास किया। अपने खुद के नोट्स बनाये और उनका रिविजन किया, तथा अपने मित्रों के साथ डिस्कशन किया, ADJ परीक्षा की तैयारी के समय में अभियोजन अधिकारी था। अपने साथी अधिकारियों से हमेशा ग्रुप डिस्कशन किया करता था । क्लास प्रारंभ होने से पहले एक प्रश्न सभी से पूछा जाता था। जिस कारण से हमेशा क्लास से पहले पढ़कर जाना और जो पढ़ाया गया उसे भी पढ़ना नियमित कार्य था। सबसे ज्यादा आप को मुख्य परीक्षा के लिये ही पढ़ना है और साक्षात्कार आप के आत्मविश्वास तथा विधि की आपकी समझ की परख है । अध्ययन की नियमितता तथा अच्छे गुरू का मार्गदर्शन आपको राह से भटकने नहीं देता है। मेहनत का कोई विकल्प नहीं है।

Narendra Singh Malawat
RHJS, District & Session Judge

“दृढ़ निश्चय, कठोर परिश्रम, परमात्मा की कृपा तथा गुरु के मार्गदर्शन से मिली सफलता "

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